Memories manipulate

आज यादो मे खो कर ये जाना की कभी यादो मे मत खो जाना, यादे धोखा देती है..

पहले जो शख़्श मेरी बतो पे हसा करता था, खुश हुआ करता था, एक दिन उसी ने कह दिया की मुझे परेशन मत करो और चले जाओ मेरी ज़िंदगी से..

आज जब उसकी यदि मे मैं खोया तो उसकी कुछ पुरानी तस्वीरे देखी जिनमे वो की काफ़ी खुश लग रहा था, उन तस्वीरो को देख कर यही लगा की मेने तो उसे परेशन ही किया था हर वक़्त फिर ना जाने क्यू वो हस रहा है,

पुराने मेसेजस पढ़कर लगा की कितना पास थे हम एक दूसरे के, एसा लगता था जेसे की एक दूसरे के लिए ही बने हो, जिन्हे कभी अलग ना कर पाएगा कोई, और आज हुआ ये की दोनो एक दूसरे के लिए अजनबी बने बैठे है,

फिर ख्याल आया की ये यादे है, इनमे खो गये तो बाहर आना मुश्किल है,

ये यादे है, ये सिर्फ़ धोखा देती है..

 

Ashwini Sharma

वही हूँ

मैं इश्क के गम का मारा बन्दा हूँ
आज मदिरालय में आके बैठा हूँ..

यूँ तो कभी खोने को कुछ था नही
आज सब कुछ खो के बैठा हूँ..

कुछ सपने सजाए थे उसके साथ
आज उनको समेटने बैठा हूँ..

वो तो कभी वापिस आ न पाए
मौत के इन्तजार में हाथ फैलाए बैठा हूँ

 

Ashwini Sharma

Thank you part-1

वैसे तो कुछ वक्त ही वो मेरे साथ रहा पर जाते जाते बहुत कुछ सीखा कर चला गया..

उसने मुझे सिखाया की कभी किसी की परवाह मत करो, कभी किसी से प्यार मत करो, कभी किसी से दोस्ती मत करो, कभी किसी से वफ़ा की उम्मीद मत रखो, कोई साथ नही देगा, सब कुच्छ तुम्हारे साथ रहेंगे और एक दिन छोड़ कर चले जाएँगे..

जिसकी तुम सबसे ज़्यादा परवाहा करोगे एक दिन वो ही बेपरवाहा होकर तुम्हे छोड़ के चला जाएगा और उसके बाद तुम किस हालत मे रहोगे किस दर्द मे रहोगे उसे फरक भी नही पड़ेगा,

जिससे तुम जी जान से प्यार करोगे एक दिन आएगा जब वो तुमसे नफ़रत करने लगेगा, प्यार के लिए तो तुम जिंदगी भर तरसते रहोगे,

जिसको तुम अपना सबसे अच्छा दोस्त मानने लगोगे, जिसको तुम अपने बारे मे सब कुछ बताने लगोगे एक दिन वो ही दोस्ती का नाम ख़त्म कर के तुम्हे छोड़ जाएगा, फिर कभी किसी से दोस्ती करने के लायक नही रहोगे,

जिससे तुम वफ़ा की उम्मीद करोगे एक दिन वही बेवफा हो जाओगे फिर कभी किसी वफ़ा की उम्मीद नही रख पाओगे..

ये सब बाते मुझे वो सीखा गया, अब सोचता हू की काश आगे भी मुझे उसी के जेसे लोग मिले ताकि मे हुमेशा कुछ नया सीखता रहूँ..

Thank you 🙂

Ashwini Sharma

एक बेजान जान

नही बचा सका उसे, बहुत कोशिश की फिर भी नही बचा सका, आज मर ही गया वो…

ये कहानी हे एक एसे बंदे की जो की कुछ समय पहले बहुत खुश रहा करता था, और खुश क्यू ना रहता सब कुछ तो था उसके पास दोस्त, परिवार, प्यार.. बस नही थी तो एक किस्मत जिसके लिए वो हमेशा लड़ता रहता था, पर फिर भी खुश रहता था, क्योंकि कोई था उसके साथ जो की हमेशा रहता था और हर बार उसका साथ दिया करता था..

अच्छी ख़ासी जिंदगी चल रही थी पर कब तक लड़ता किस्मत के साथ भी.. एक दिन कुछ एसा खेल खेला उसकी किस्मत ने की उसे उसका दोस्त उसका हमसफ़र उसका प्यार उसे हमेशा के लिए अकेला छोड़ ये कहके चला गया की तुम बहोत ही बुरे हो..

वो दोनो जो की हमेशा साथ रहा करते थे बहुत बाते किया करते थे, एक दूसरे के बारे मे सब कुछ जानते थे, अलग अलग हो गये..

टूट ही गया था वो बेचारा पूरी तरह से, बहोत कोशिश की उसने की सब कुछ ठीक हो जाए सब कुछ पहले जेसा हो जाए, सब कुछ सही हो जाए पर किस्मत के आगे किसकी चलती हे, वो तो सोचता था की वो अकेला सारी दुनिया से लड़ जाए पर नही लड़ पाया, काफ़ी दिन बीट गये पर वो उसने हर नही मानी और अपने दोस्त को जिसके साथ की वो पूरी जिंदगी बिताना चाहता था, उसे वापिस लाने की सारी कोशिशे करता रहा.. पर नही ला पाया

बहुत तडपा वो, बहुत परेशन रहा, एसा लगता था उसे देख कर जेसे की कोई मुर्दा हे जो की किसी के इंतेज़ार मे जी रहा हे, वो भी उसके इंतेज़ार मे जो की कभी वापिस नही आने वाला था, कभी कभी तो मैं उसे देख कर सोचता था की या तो उसे उसका प्यार वापिस मिल जाए वरना जिस दर्द मे वो रहता था वो देखने के काबिल मैं नही था..

पर आज उसका दर्द ख़तम हो गया, सारी परेशानियो से वो मुक्त हो गया, चेहरे पे मुकुराहट थी, लग रहा था जेसे की उसी के लिए आँखे बंद किए हुए हे, जेसे की उसी की गौद मे लेटा हुआ हो.. एसा लग रहा था की उसे वो सब मिल गया जो उसे चाहिए था, पर हम सबने उसे खो दिया था..

जब भी उसे देखता हू एसा लगता हे की अब भी उसमे जान अजाये अगर कोई उसे एक बार प्यार से बुला ले.. पर कभी कभी लगता हे की अब काफ़ी देर हो चुकी हे..

जी हा मेने उसे आज खो दिया, नही बचा सका उसे.. और जिसके लिए वो हम सबको छोड़ गया उसे शायद इस बात की खबर भी नही है..

 

Ashwini Sharma

तकदीर ही एसी रूठी

सारी उम्र जो शख्सियत सबको हँसाती रही है
आज आईने में खुद को यूँ ही रोते देख रही है

इन साँसो को न कोई समझ पाया ना समझ पाएगा
ना ठीक से चल पा रही है ना ही रुक पा रही है

यूँ तो हमने पूरी शिद्दत से मोहब्बत की है उनसे
पर ये तकदीर ही एसी रूठी है जो मान नही रही है

 

Ashwini Sharma

एक मेरा दिल है

आज फिर से कुछ लिख जाने का दिल है
किसी कहानी को एक गजल देने का दिल है

यूँ तो इस भीड का ही हिस्सा हूँ लेकिन
तेरे याद में तन्हा हो जाने को दिल है

दुनिया को तो में कब का छोड आया था
आज फिर से फना हो जाने का दिल है

तुझे भी उसी खुदा ने बनाया मुझे भी
ये खुशनुमा तेरा दिल है ये बंजर मेरा दिल है

 

Ashwini Sharma

तेरी फिकर

मैं खुदा को तो नही माना करता हूँ
पर तेरी दिल से इबादत करता हूँ

दिल में नफरत है बहोत जमाने के लिए
तुझे दिल-ओ-जान से मोहब्बत करता हूँ

हाथों में किस्मत की लकीर नही रही
पर तेरा इंतजार तो अब भी करता हूँ

मुझे नही मालूम तुम किस हाल में होंगे
लेकिन अब भी फिकर तो तेरी करता हूँ

 

Ashwini Sharma